धामनोद//पंचकल्याणक महोत्सव में समर कंठाली को मिला दिव्य पद, धामनोद में हुआ गरिमामय अभिनंदन
धामनोद//पीपल्दा (सवाईमाधोपुर, राजस्थान) में आयोजित पंचकल्याणक महोत्सव में परम पूज्यनीय महामुनिराज वात्सल्य बारिधि आचार्य वर्धमान सागरजी महाराज संघ के पावन सानिध्य में 28 नवंबर 2025 से 2 दिसंबर 2025 तक चलने वाले दिव्य आयोजन में युवा समाजसेवी, धार्मिक सेवाभावी एवं मुनिभक्त समर जी कंठाली को सो धर्म इंद्र बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
इस गौरवशाली उपलब्धि पर धामनोद स्थित मां अन्नपूर्णा रोगी सेवा संस्थान में उनका भव्य स्वागत एवं अभिनंदन किया गया। धामनोद में तिलक लगाकर, मोती व पुष्प मालाएं पहनाकर, दुपट्टा ओढ़ाकर, पगड़ी पहनाकर, सम्मान पत्र, श्रीफल एवं शाल भेंट कर उन्हें सम्मानित किया गया।
संस्थान अध्यक्ष दीपक प्रधान ने बताया कि समर कंठाली पहले विदेश में इंजीनियर के पद पर रहकर जप-तप एवं साधना करते थे। परंतु मोह त्यागकर वे भारत लौट आए और प्रदेश की हृदयस्थली उद्योग नगरी इंदौर में निवेश कंपनी और आधुनिक तकनीक से कृषि व्यवसाय प्रारंभ किया।
धर्म की ओर अग्रसर होते हुए उन्होंने संघ में सेवाएं दीं। उनकी माताजी ने आर्यिका दीक्षा लेकर उन्हें और अधिक आध्यात्मिक मार्ग पर प्रेरित किया। चातुर्मास के दौरान संत सेवा हेतु पूर्णकालिक आहार चौका लगाने का संकल्प लेकर उन्होंने पुण्य कमाया, जिसका फल आज सो धर्म इंद्र बनने के रूप में मिला। यह गुरुदेव के आशीर्वाद और उनकी विनम्र संत सेवा का परिणाम है।
इस अवसर पर ट्रस्ट सदस्य अजय जैन, महाप्रबंधक शशी श्रीवास्तव, मैनेजर कविता तोमर, भोजन प्रभारी प्रभुलाल स्वामी सहित अनेक गणमान्य उपस्थित रहे।
सम्मान पत्र का वाचन दीपक प्रधान द्वारा किया गया।
आगे चलकर जैन मंदिर में भी समर कंठाली का विशेष सम्मान किया गया, जिसमें अध्यक्ष महेश जैन, सुशीला जैन, सुरक्षा प्रभारी अजय जैन, राकेश जैन, नीलेश जैन, लोकेन्द्र जैन, कोषाध्यक्ष धीरेन्द्र जैन, प्रिया नीलेश जैन, महेंद्र टेंट मामी सहित बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित रहे।
इंदौर से पधारे अतिथि समर कंठाली का अभिनंदन एवं दस्तावेज विमोचन महेश जैन द्वारा किया गया।


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