स्वामी कुशाग्रानंद जी पर हुए मुकदमे का विरोध कामधेनु सेना ने उठाई आवाज़ – स्वामी कुशाग्रानंद जी के सम्मान में राज्यभर में विरोध
राजस्थान के नागौर से बड़ी खबर सामने आ रही है — कामधेनु राष्ट्रीय गौरक्षा समिति ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर स्वामी कुशाग्रानंद जी पर दर्ज कथित झूठे मुकदमे का कड़ा विरोध जताया है। समिति ने इसे धर्म और गौसेवा से जुड़े लोगों का अपमान बताया है और निष्पक्ष जांच की मांग की है।
कामधेनु राष्ट्रीय गौरक्षा समिति के संस्थापक श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी कुशाग्रानंद जी महाराज के खिलाफ हुए विवाद और मुकदमे को लेकर संगठन ने सख्त रुख अपनाया है।
समिति के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री लोकेंद्र मीणा की ओर से मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजे गए इस पत्र में कहा गया है कि —
> “स्वामी कुशाग्रानंद जी द्वारा देशभर में चलाए जा रहे गौसेवा और संस्कार अभियान से प्रेरित होकर लाखों लोग आज गौसंवर्धन और भारतीय संस्कृति के संरक्षण से जुड़े हैं। ऐसे में उन पर लगाया गया झूठा मुकदमा न केवल एक व्यक्ति पर हमला है बल्कि सनातन संस्कृति पर भी प्रहार है।”
23 सितंबर 2025 को विश्व स्तरीय गौ चिकित्सा सम्मेलन में हुई घटना के बाद से कुछ तत्वों ने स्वामी जी की छवि धूमिल करने का प्रयास किया है।
समिति ने स्पष्ट कहा है कि यदि जल्द ही इन झूठे आरोपों को वापस नहीं लिया गया, तो कामधेनु सेना राज्यव्यापी आंदोलन शुरू करेगी।
अब देखना होगा कि राजस्थान सरकार इस मामले पर क्या रुख अपनाती है। फिलहाल, पूरे प्रदेश में कामधेनु सेना और गौसेवक संगठनों में इस मुद्दे को लेकर आक्रोश देखा जा रहा है।


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