भाजपा राज में भाजपा के कार्यकर्ता हो रहे परेशान13 अगस्त की रात से सीएम हाउस तक... धामनोद कांड की पूरी कहानी
धामनोद-धार जिले का बहुचर्चित धामनोद शराब कांड अब सिर्फ़ कस्बे तक सीमित नहीं रहा... इसकी गूंज सीधे भोपाल के सीएम हाउस तक पहुँच चुकी है।
👉 घटनाक्रम शुरू हुआ 13 अगस्त की रात को...
पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि और भाजपा नेता रामलाल यादव को अचानक बहाने से बुलाया गया।
जैसे ही वे पहुँचे, काली बोलेरो से शराब ठेकेदार के कर्मचारी, मैनेजर अतुल जायसवाल और आबकारी विभाग के अधिकारी वहाँ आ धमके।
और फिर... आरोप है कि रामलाल यादव को बंधक बनाकर मारपीट की गई।
उनके हाथ पीछे बाँध दिए गए, मोबाइल और कार छीन ली गई... और यही नहीं, वायरल वीडियो में साफ़ देखा जा सकता है कि वे बुरी तरह घायल हालत में ज़मीन पर पड़े हैं।
👉 अगली सुबह आबकारी विभाग ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दावा किया कि रामलाल यादव की कार से 207 बल्क लीटर अवैध शराब बरामद की गई।
लेकिन यादव का कहना है – यह पूरा षड्यंत्र है... पहले बंधक बनाया, फिर मारपीट की और बाद में झूठा केस दर्ज कर दिया गया।
👉 वीडियो वायरल होते ही भाजपा कार्यकर्ताओं और समाजजनों में ग़ुस्सा फूट पड़ा।
धरमपुरी विधायक कालू सिंह ठाकुर के नेतृत्व में रामलाल यादव की पत्नी संगीता और समाजजन लगातार ज्ञापन देते रहे।
संत श्री सिंगाजी गवली समाज संगठन के प्रदेश अध्यक्ष कैलाश यादव का कहना है –
"अधिकारी को कार्रवाई का अधिकार है... लेकिन किसी नागरिक को बंधक बनाकर मारपीट करना समाज कभी बर्दाश्त नहीं करेगा।"
👉 जब स्थानीय स्तर पर कार्रवाई नहीं हुई... तो मामला भोपाल तक पहुँचा।
धरमपुरी विधायक कालू सिंह ठाकुर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मुलाक़ात की।
रामलाल यादव, उनकी पत्नी संगीता और समाजजन भी इस प्रतिनिधि मंडल का हिस्सा रहे।
मुख्यमंत्री को घटना की तस्वीरें और वीडियो दिखाए गए... जिसके बाद मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निष्पक्ष जाँच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए।
👉 रामलाल यादव की माँग है –
1️⃣ दोषी आबकारी अधिकारी को तुरंत सस्पेंड किया जाए।
2️⃣ और वायरल वीडियो में जो लोग मारपीट करते दिख रहे हैं, उन पर एफआईआर दर्ज हो।


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