अन्नदाता परेशान खाद के लिए किसानों की परेशानी लंबे इंतजार के बाद मिल रही खाद की बोरियां महिलाएं भी खाद के लिए कतार में
धामनोद- क्षेत्र में ज्यादातर हिस्सों में सोयाबीन ,कपास, मक्का के लिये फसल को खाद की जरूरत पड़ रही है. ऐसे में अचानक ही खाद की मांग बढ़ गई है। खाद की मांग बढ़ने से बड़े स्तर पर की किल्लत हो गई है. उधर, खाद सुगमता से नहीं मिलने के कारण किसानों में नाराजगी भी व्याप्त है। किसानों का मानना है कि जरूरत पर अपनी फसल को पोषक तत्वों की खुराक नहीं दे पा रहे हैं.. खाद लेने के लिए किसानों को घंटों लाइन में लगना पड़ रहा है समीप ग्रामीण बगवानिया के किसान ओंकार ने बताया कि कल भी खाद लेने आया था परंतु नंबर नहीं लगा आज फिर सुबह सुबह 5 से ही घर से खाद लिए निकलना पड़ता है तब कहीं जाकर 1 बीघा जमीन पर एक बोरी यूरिया मिलती है ,वही अन्य किसान भी यूरिया को लेकर परेशान नजर आते हैं।
धक्का-मुक्की के बाद भी निराशा--
खाद की किल्लत के समाचार मिल रहे हैं. क्षेत्र के किसान लंबी लाइनों में खड़े होकर यूरिया खाद के कट्टे पाने के लिए घंटों मशक्कत कर रहे हैं, इसके बावजूद दर्जनों किसानों को निराश होकर लौटना पड़ रहा है। किसानों की लंबी कतारे देखी जा सकती हैं. कंबल ओढ़ कर सुबह से ही किसान यूरिया लेने के लिए लाइन में खड़े हो रहे हैं.।
मशक्कत के बाद मिलेगा यूरिया खाद से भरा ट्रक आने के साथ ही दुकानों पर किसानों की भीड़ उमड़ पड़ती है,
महिलाएं भी खाद के लिए कतार में
खाद पाने के लिए पुरुष ही नहीं महिलाएं भी कतार में बैठी नजर आती है सुबह से ही महिलाएं अपना चूल्हा चौका छोड़कर खाद के लिए दुकानों पर पहुंच रही है ग्रामीण महिलाएं सबसे अधिक परेशान दिखाई देती है क्योंकि लंबी जद्दोजहद के बाद उन्हें खाद मिल रहा है ऐसे में सोशल मीडिया पर भी किसानों की परेशानी को लेकर जिम्मेदारों की लगातार आलोचना की जा रही है
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