धामनोद में "सुर संगम" की संगीतमय शाम रही अविस्मरणीय 2 दर्जन गायकों ने बिखेरा अपनी प्रतिभा का जादू
धामनोद //नगर में गायकी के साधकों के प्रथम समूह "सुर संगम" द्वारा गुरुवार सायंकाल रत्नेश सभागृह गुरुकुल स्कूल में कराओके आधारित गायन संगीत संध्या आयोजित की गई । जो अपने आप में एक अभूतपूर्व अद्वितीय और अविस्मरणीय आयोजन बन गई ।
सम्मानित डॉक्टर, व्यापारी, शासकीय कर्मचारियों सहित लगभग हर वर्ग के 2 दर्जन कला संगीत साधकों ने एक के बाद एक सुरीले एक से बढ़कर एक मधुर, कर्णप्रिय, रूमानी, दार्शनिक, मस्ती भरे हर विषय के आनंददाई गीतों को प्रस्तुत कर ऐसी प्रतिभा बिखेरी कि सभी भावविभोर हो उठे ।
कार्यक्रम में क्रमशः विशालसिंह मंडलोई, दुर्गेश दाबड़, अंतिम सिटोले, धीरजसिंह चौहान, प्रहलाद भंडारी, विकास अग्रवाल, रूपेश सिंघल, मनोज वर्मा, अरुण पुरी, ओमप्रकाश कुशवाह, विजय नामदेव, डॉ आर के पाटीदार, संजय सोनिया, रविराज वर्मा, राकेश पाटीदार, नरेंद्र भट्ट, विजय शर्मा नरेंद्र भट्ट विजय शर्मा, डॉ धीरज जिराती, डॉ राजेश पत्तरवाला, डॉ शिशिर पटेल, संजय नामदेव और नवीन सोनी ने अपनी कला का ऐसा प्रदर्शन किया कि हर प्रस्तुति तालियों की गूंज के साथ सराही गई ।
"सुर संगम" की इस पहल ने न केवल नगर के संगीत प्रेमियों को एक भावनात्मक हृदय स्पर्श किया, बल्कि स्थानीय कलाकारों को एक नया सार्थक मंच भी प्रदान किया ।
आयोजन में निशुल्क हॉल, लाइट, साउंड व्यवस्था प्रहलाद भंडारी, कार्यक्रम संयोजन धीरजसिंह चौहान और मंच संचालन विजय नामदेव द्वारा किया गया ।
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