धरमपुरी जनपद के अधिकारी- कर्मचारियों के सामने बेबस नजर आते हैं जिला पंचायत के जिम्मेदार अधिकारी
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खुलेआम जनपद अधिकारियों के सामने या फिर मिली भगत से हुए भ्रष्टाचार से निर्मित मोटरसाइकिल स्टैंड के प्रकरण में अभी तक कोई जांच नहीं, पिछले 5 वर्षों के कार्यकाल में उप यंत्री राजेश पाठक एवं सहायक यंत्री धनेश शुक्ला के कलस्टरो की जांच की जाए तो करोड़ों रुपए के गबन का बहुत बड़ा मामला सामने आएगा
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3,50,000 रुपए की निर्माण राशि में से जनपद अध्यक्ष के बेटे के नाम 35000 रुपए निकाले गए
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धरमपुरी -जनपद पंचायत धरमपुरी में निर्मित मोटरसाइकिल स्टैंड के प्रकरण में समाचार पत्र ( क्राइम दर्पण समाचार) के माध्यम से हमने बार-बार खुलेआम हुए भ्रष्टाचार की पोल खोली थी जिसमें जिला पंचायत अधिकारी एवं जनपद के जिम्मेदार अधिकारियों ने अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है सूत्रों से पता चला है कि मोटरसाइकिल स्टैंड का ठेका किसी बड़े राजनीतिक रसूख रखने वाले ठेकेदार को दिया गया है, जिसके सामने जिला पंचायत के उच्च अधिकारी भी नतमस्तक होने का पता चला है तभी शायद जनपद पंचायत धरमपुरी में हुए करोड़ों -अरबो रुपए के भ्रष्टाचार पर आज दिनांक तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है पूर्व में भी कहीं शिकायत ऐसी है जिनमें जनपद पंचायत धरमपुरी के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायतों में लाखों -करोड़ों के काम कागजों पर दर्शाकर धरातल पर एक भी कार्य नहीं किया गया है जनपद पंचायत के उप यंत्री और सहायक यंत्री के द्वारा धरातल पर कोई मौका मुआयना, निरीक्षण नहीं किया जाता है कागजों पर ही किये गए कामों को दर्शाकर कागजों पर ही कंप्लीट कर जिला प्रशासन की ओर धकेल दिया जाता है और जिला पंचायत के अधिकारी भी कहीं ना कहीं कुंभकरण की नींद सोते नजर आते हैं तभी तो आज दिनांक तक एक भी कार्य की जांच पड़ताल किए बिना सभी कार्यों का भुगतान तुरंत कर दिया जाता है ऐसे में प्रतीत होता है कि जिला पंचायत के अधिकारी भी जनपद पंचायत धरमपुरी की अधिकारियों के साथ साठं गाठं एवं मिली भगत के चलते करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार को अंजाम को सोची समझी साजिश के तहत दिया जाता रहा है, और भी बहुत कुछ है जनपद पंचायत धरमपुरी के लिए बने रहे सम्मुख भारत न्यूज के साथ
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