*_बहुचर्चित मेहगाँव कांड को लेकर पाटीदार समाज अनुचित कार्यवाही रोकने का दिया ज्ञापन सैकड़ों की संख्या में पुलिस थाने पहुँचे समाजजन_*
*_तीन दिनों में निष्पक्ष जाँच नहीं होने पर नगर बन्द एवं आन्दोलन की दी चेतावनी_*
*धामनोद।* विगत दिनों से चल रहे बहुचर्चित मेहगाँव कांड पिता पुत्र अजय दुबे एवं शषांक दुबे द्वारा आत्महत्या को लेकर रविवार को दोपहर 1 बजे के लगभग नगर के देवीजी मन्दिर परिसर में एकत्रित होकर रैली निकालकर महेष्वर चौराहे पहुँचे जहाँ करीब 20 मिनिट तक पुलिस प्रषासन एवं दुबे परिवार के खिलाफ जमकर नारे बाजी की। जिसके बाद सभी लोग पुलिस थाने पहुँचे। उन्होंने पुलिस थाने पर थाना प्रभारी एवं एसडीओपी मोनिका सिंह से कॉफी देर तक मामले को लेकर बहस की गई। साथ ही उपनिरिक्षक नर्वदसिंह ठाकुर को तत्काल प्रभाव से बहाल करने और पुरी जाँच उससे ही कराने की मांग की गई। साथ ही यह भी कहा गया कि ब्रह्मण समाज के पिता पुत्र ने पाटीदार समाज की बालिका के साथ शारिरीक शोषण तक किया गया। वे अपनी इज्जत बचाने के नाम से खुद ही शर्म से आत्महत्या करने को मजबूर हुए। हमने तो फरियादी बनकर चोरी होने का आवेदन दिया था। पुलिस द्वारा जाँच की जा रही थी। कुछ लोगों द्वारा उनके मरने के बाद यहाँ आकर दबाव बनाया गया और फरिदीयों को ही आरोपी बनाकर जेल भेज दिया गया। मामले मे पूर्ण रुप से निष्पक्ष जाँच की जावे। वहीं पुरे परिवार को जेल से बाहर किया जावे। वहीं ब्राह्मण समाज के कहने पर परिवार के अन्य लोगों को आरोपी ना बनाये।
ज्ञापन के दौरान समाजजनों ने कहा कि एक समाज विशेष द्वारा पूरे पाटीदार समाज को बदनाम करने तथा पीड़ित परिवार के साथ जो व्यक्ति सामाजिक होने के नाते थाने पर आये थे उनके खिलाफ कार्यवाही नहीं की जावे। साथ ही तीन दिवस के अन्दर निष्पक्ष जाँच कर जेल बन्द निर्दोष लोगों को छोड़ा जावे अन्यथा धामनोद बन्द कराकर महेष्वर चौराहे पर धरना प्रदर्षन सहित उग्र आन्दोलन की चेतावनी भी समाज द्वारा दी गई।
क्या कहना है इनका -
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