*_धामनोद (प्रकाश जोशी) नगर अध्यक्ष ने थामा दामन भाजपा का_*उसके बाद भी पीआईसी कमेटी पुरी कांग्रेस पार्षदों की_*
*_भाजपा मय होने के बाद भी कमेटी को भंग नहीं किया गया_*
*धामनोद।* नगर परिषद् का चुनाव हुए करीब ढेड़ वर्ष बीत गया। कांग्रेस के नौ पार्षदों के साथ कांग्रेस की परिषद् का अध्यक्ष सीमा पाटीदार को एवं उपाध्यक्ष भी कांग्रेस समर्थित जयश्री अन्तिम यादव को मनोनित किया गया। उसके बाद पीआईसी का गठन हुआ, जिसमें अध्यक्ष सीमा पाटीदार ने अपने अधिकारों का उपयोग करते हुए कांग्रेस के ही 5 पाषदों को मनोनित किया। सब कुछ कांग्रेस मय होने के बावजुद विकास के काम जस के तस धरे हुए है। नालियों की सफाई से लेकर निर्माण कार्य तक नहीं हो पाना कहीं ना कहीं कांग्रेस परिषद् की निष्क्रियता को दर्षाता हुआ नजर आया। उसके बाद लोकसभा चुनाव की तैयारियाँ जोरों पर दिखाई देने लगी। इसी राजनैतिक उठा पटक के बीच नगर अध्यक्ष सीमा पाटीदार का अचानक हृदय परिवर्तन हुआ और रातों रात सीधे भोपाल अपने पति के साथ पहुँची जहाँ अगले दिन भाजपा के एक विषेष कार्यक्रम में शामील होते हुए भाजपा का दामन थाम लिया। अचानक हुए इस हृदय परिवर्तन से नगर की राजनीति में भी कुछ हद तक उथल पुथल मच गई। लोग चौराहों पर कान फुसी करने लगे कि जो पुरी उम्र कांग्रेस का सजग सिपाही रहते हुए कई मौके गवा दिये उसके बावजुद कांग्रेस का दामन नहीं छोड़ा। आज अचानक ऐसा क्या हुआ कि इनके द्वारा भाजपा का दामन थाम लिया। ऐसा नहीं कि इनके हृदय परिवर्तन से कांग्रेस को भी एक बड़ा झटका लगा था। लेकिन अध्यक्ष सीमा पाटीदार ने भले ही भाजपा का दामन दोनों हाथों से थाम रखा हो बावजुद इसके मानसिक तौर पर आज भी कांग्रेस उनके दिलों दिमाग से पुरी तरह से नहीं निकल पाई है। यही कारण है कि भाजपा का दामन थामने के बाद भी पीआईसी कमेटी को आज तक भंग नहीं कर पाई हैं। जिसके चलते उनका यह दोहरा राजनैतिक आचरण किसी को समझ ही नहीं आ रहा है और इसी दोहरे राजनैतिक आचरण की बली नगर चड़ने को मजबूर हो रहा है। जहाँ की सड़कें गड्डों में दिन ब दिन बदलती जा रही है, साफ सफाई जैसे कई काम अधर में लटकने को मजबूर हो रहे हैं।
*_क्या कहना है इनका -_*
नगर अध्यक्ष सीमा पाटीदार द्वारा जिस दिन से भाजपा का दामन थामा था। उसी दिन से परिषद् में भाजपा के पाषदों की संख्या 7 हो गई थी। इनके द्वारा पीआईसी कमेटी को तत्काल भंग कर देना चाहिये था। पीआईसी कमेटी को भंग नहीं करना कहीं ना कहीं आज भी इनके दिलों दिमाग पर कांग्रेस विचारधारा ही विद्यमान दिखाई दे रही है। - *राकेष पटेल,* मण्डल अध्यक्ष धामनोद
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