अशोक राठौड़ का निधन, परिजनों ने किए नेत्रदान, होगी दो जिंदगियां रोशन,
कसरावद नगर के राठौड़ समाज के अशोक राठौड़ का रविवार को आकस्मिक निधन हो गया। परिजनों ने नेत्रदान किया।
रविवार सुबह नगर के अशोक राठौड़ की तबियत अचानक खराब हुई। परिजन उन्हें निजी चिकित्सालय लेकर गए। लेकिन उनका निधन हो गया। अचानक परिवार पर आए इतने बड़े वज्रपात के बावजूद पुत्र रोशन राठौड़ एवं परिजनों ने समाजसेवी विजय राठौड़ की पहल पर नेत्रदान कराने का निर्णय लिया। इसके पश्चात खरगोन जिला चिकित्सालय से आए नेत्र सहायक उदय सिंह राठौर ने नेत्रदान प्रकिया पूरी की। नेत्रदान प्रकिया में समाजसेवी विजय राठौड़, डॉ आशीष दुबे एवं डॉ संजय पटेल ने सहयोग किया। श्री राठौड़ के आकस्मिक निधन के पश्चात परिजनों ने नेत्रदान करने के निर्णय की सराहना करते हुए चिकित्सकों ने कहा कि नेत्रदान वर्तमान में महादान है। आज कई लोग ऐसे हैं जो देख नहीं सकते और आंखों का कोई विकल्प भी नहीं होता हैं। एक मात्र नेत्रदान ही विकल्प है। नेत्रदान से दो लोगों की जिंदगी रोशन होती हैं। इसलिए नेत्रदान के लिए प्रेरित करना चाहिए। धार्मिक प्रवृति के स्व श्री राठौड़ सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय थे। दोपहर 3 बजे नर्मदा तट मरकटी संगम पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके निधन पर बड़ी संख्या में सामाजिक, एवं व्यापारी लोग शामिल हुए।v


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