कलालदा सरपंच की दबंगाई, गुंडागर्दी, पत्रकार पर जानलेवा हमला पहले भी उमरबन पुलिस चौकी पर किया था पथराव
अब पत्रकार को जान से मारने का किया प्रयास . . पत्रकार की हालत गंभीर, किया इन्दौर रैफर
*धामनोद।* धार जिले के मनावर थाना क्षेत्र की उमरबन पुलिस चौकी क्षेत्र की ग्राम पंचायत कलालदा के सरपंच राधेष्याम पटेल के हौंसले इतने बुलंद हो गये है कि पंचायत क्षेत्र में किये जा रहे निर्माण की गुणवत्ता का समाचार प्रकाषित करने पर अपने साथियों के साथ पत्रकार संतोष चौहान के साथ कई घन्टों तक मारपीट कर उसे जान से मारने की कोषिष की गई। भला हो ग्रामवासियों का जिनके मौके पर पहुँचते ही पत्रकार को अधमरी हालत में छुड़कर दबंग सरपंच और उसके साथियों से बचाकर भगा दिया। अधमरी हालत में पत्रकार संतोष चौहान उमरबन चौकी पहुँचे और प्रकरण दर्ज कराया। जिसके बाद से ही जिलेभर के पत्रकार संघों में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है।
दअरसल धार जिले के मनावर तहसील क्षेत्र के उमरबन के पास कलालदा ग्राम पंचायत की सुलीबयड़ी पटेलपुरा में 15 दिन पूर्व शासकीय निर्माण कार्य चल रहा था। उक्त निर्माण कार्य गुणवत्ता हीन होने से ग्रामीणों ने आपत्ति बताई थी। उक्त संबंध में पत्रकार संतोष चौहान द्वारा चेनल के माध्यम से प्रमुखता से समाचार लगाया गया था। जिसमें सरपंच राधेष्याम पटेल द्वारा कहा गया कि तेरी खबर से हमें भारी नुकसान हुआ है। तुझे नुकसान की भरपाई करनी होगी। इसी बात को लेकर संतोष और उसके साथी पर सरपंच राधेष्याम पटेल, सचिव मुन्ना रावत और करीब 12 साथियों के साथ पत्रकार संतोष और कुंवर सिंह को बंदी बनाकर बेरहमी से पीटा गया। संतोष द्वारा बताया कि उसे सीमेंट कांक्रीट की रोलर में भी डालने का प्रयास कर रहे थे। गनिमत रही कि आसपास के ग्रामीणों द्वारा आवाज सुनते ही मौके पर से संतोष और साथियों को छुड़ा कर मौके से भगा दिया। जिससे संतोष चौहान और उसके साथी की जान बच गई। संतोष चौहान ने बताया कि उसे करीब 2 बजे से बंदी बनाकर रख कर शाम 5 बजे तक मारपीट करते रहे और जान से मारने वाले थे। उक्त घटना में पत्रकार संतोष चौहान के 2 मोबाइल कीमत करीब 57 हज़ार और 20 हज़ार नगदी राशि। प्रेस माइक आईडी छीन कर तोड़ फोड़ दी, साथ ही उसके साथी कुंवर का मोबाइल कीमत लगभग 16 हज़ार का भी फोड़ दिया। गंभीर रूप से घायल संतोष उमरबन चौकी पहुंचा जहां प्रकरण दर्ज कर शासकीय अस्पताल उमरबन में उपचार के बाद स्वास्थ ठीक नहीं होने के बाद रैफर किया गया। हालाकि संतोष और उसके साथी कुँवरसिंह को पुरे शरीर पर कई जगह गंभीर चोटों के निषान लगे हैं पहले तो उमरबन अस्पताल से जिला अस्पताल रैफर किया गया जहाँ से अब उसे इन्दौर रैफर किया गया है।
उक्त घटना के बाद से ही संतोष और उसका साथी कुँवरसिंह आज भी दशहत में है। क्योंकि उसे सरपंच द्वारा खुली धमकी दी गई है कि अगर उसने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई तो उसे गोली से उड़ा देगा और पुलिस प्रशासन भी उसका कुछ नहीं कर पाएंगी।
आपको बता दें कि पूर्व में भी सरपंच द्वारा पुलिस चौकी उमरबन में पथराव कर शासकीय संपति को नुकसान पहुंचाया है था जिसका प्रकरण थाना मनावर में दर्ज है।
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