*_साईबर क्राईम से जागरुकता ही बचाव साइबर क्राईम के चलते लोग हो रहे ठगी के शिकार_*
*_नगर के समाजसेवी को शिकार बनाने के बाद दुसरे ही दिन होटल व्यवसायी को भी ठगने की हुई कोशिश_*
*_होटल व्यवसायी सुझबुझ से रिकॉर्डिंग कर धोकाधड़ी का शिकार होने से बचा_*
*_एक दिन पूर्व ही पूर्व पार्षद मदन सिंघल के साथ की थी 1 लाख की ठगी_*
*धामनोद।* इन दिनों नगर में अन्नोन नम्बरों सहित विदेषी नम्बरों से साईबर ठग भोले भाले लोगों को फोन लगाकर अपने परिचित की आवाज में बात कराते हैं और किसी बड़े अपराध में फँसाने की धौंस देकर उन्हें डिजिटली गिरफ्तार करने का ऐसा डर दिमाग में भर देते हैं कि आम लोग उनके झाँसे में आकर लाखों रुपयों की ठगी का षिकार हो जाते हैं। साईबर ठग रोजाना नए नए तरीके अपना कर लोगों से मोटी रकम ऑनलाईन बैंकिंग के माध्यम से ठग रहे हैं।
ऐसे ही दो मामले दो दिनों में प्रकाष में आये हैं जिसमें पहला मामला नगर के पूर्व पार्षद एवं समाज सेवी मदल सिंघल के साथ हुआ जिसमें उन्हें साइबर ठग द्वारा वाट्सअॅप कॉल लगाकर उनके बेटे को डिजिटली गिरफ्तार कर लिया गया है जिसमें बताया गया कि आपके बेटे एवं उसके साथियों द्वारा रेप काण्ड किया है। अगर बचाना चाहते हो तो तीन लाख रुपये तुरन्त चालू फोन पर ही ट्रांसफर करें। वहीं अनके बेटे से भी बात कराई जाती है जिसमें हुबहू उनके बैटे की आवाज होती है जिसमें बेटा कहता है पापा इनकी बात मान लो वरना मैं ट्रक के सामने कूद कर आत्महत्या कर लूँगा। बस इतना सुनते ही मदन सिंघल बदहवास होकर बताये नम्बर पर एक लाख रुपये ट्रांसपर कर देते हैं। वहीं उनके चचेरे भाई कुछ सम पाते और पुछते उनके द्वारा बस बेटे का नाम लिया जाता है तभी चचेरा भाई बेटे के नम्बर पर फोन लगाकर हालचाल पुछता है जो बिल्कुल सही सलामत रहता है। तब जाकर पता लगता है कि मदन सिंघल ठगी का षिकार हो गये है। मदन सिंघल तुरन्त थाने पहुँचते हैं और मामले की जानकारी पुलिस को बताते हैं। हालाँकि पुलिस ने साइबर सेल से नम्बर को ट्रेस करने की प्रक्रिया शुरु कर दी है वही मामला भी दर्ज कर लिया है।
वहीं गुरुवार को फिर अगले दिन फिर नगर के होटल व्यवसाई प्रकाश राठौड़ के पास भी इसी प्रकार से $92327 3148879 नंबर से वाट्सअॅप फोन कॉल आया। जिसमे कॉलर ने कहा कि, आपका बेटा हमारी कस्टडी में है। उसे रेप केस में बंद किया है और लड़के के रोते हुए आवाज सुनाई गई। जिसमें उधर से रोते हुए आवाज आई की हेलो पापा बहुत मार रहे हैं मुझे बचा लो। इधर प्रकाश राठौड़ ने भी अपनी सुझबुझ से उनका बेटा ना होते हुए भी आम लोगों को जागरूक करने के लिए रिकॉर्डिंग कर साइबर ठग को अपनी बातों में उलझाते हुए पापा बन कर बात करते रहे, बेटा क्या हो गया, तूने क्या कर दिया। साइबर ठग द्वारा प्रकाष राठौड़ को 2 लाख 80 हजार रुपए की मांग की। बच्चे को रिहा कर, ठगी का प्रयास करने की कोशिश की। इधर प्रकाश राठौड़ ने भी यह जताया कि वह घबरा गए। लेकिन वे साइबर ठगों से बात करते करते पुलिस थाने तक पहुँगये। वह साइबर ठग के साथ खेल खेलते रहे और कहा कि मेरे पास इतना पैसा नहीं है, 12 हजार रुपए डालने का नाटक किया। वही साइबर ठग ने चालू फोन में पैसे डालने की बात कही जिससे प्रकाश राठौड़ उसे उलझाते रहे। और वह ठगी का शिकार होने से बच गए। वहीं पुलिस को भी मामले की जानकारी दी गई।
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