*_सम्मुख भारत न्यूज की खबर का असर . . ._*
*_कांग्रेस कब्जे वाली पीआईसी भंग करने का सौंपा पत्र_*
*_कांग्रेस खेमें में भी हलचल तेज विरोध स्वर गुँजने की तैयारी_*
*_नगर परिषद धामनोद का साधारण सम्मेलन हुआ आयोजित_*
*_38 बिन्दुओं एवं अध्यक्ष द्वारा दिये 8 बिन्दुओं सहित 46 पर हुई चर्चा_*
धामनोद//प्रकाश जोशी
धामनोद नगर परिषद् धामनोद का चुनाव हुए करीब ढेड़ वर्ष बीत गया चुनाव में कांग्रेस ने नगर की सत्ता अपने हाथ में तो ले ली। जहाँ अध्यक्ष, उपाध्यक्ष से लेकर पीआईसी भी कांग्रेस की बनी थी। नगरीय निकाय में कांग्रेस की सत्ता काबीज होने के बाद भाजपा के 6 पार्षदों के साथ भेदभाव पूर्ण रवैया और किसी भी प्रकार का सामन्जस्य नहीं होने के कारण नगर के विकास कार्य जस के तस धरे रहे। नगरहित के काम नहीं होने के चलते नगर की आमजनता भी एक यू आरचरम तक आक्रोषित होती नजर आई। दिन ब दिन नगर की हो रही दुर्दषा के लिए नगरवासियों द्वारा नवनिर्वाचित अध्यक्ष के माथे ही ठीकरा फोड़ दिया। जिसे लेकर अध्यक्ष द्वारा अपने दामन पर लगने वाले छींटों को नगर पालिका अधिकारी के माथे पर डालने के भी भरसक प्रयास भी किये गये। कई बार मिटिंगों को नहीं होने दिया गया। नगरहित के कामों को लेकर बार बार विवादों की स्थिति निर्मित होती रही। आरोप प्रत्यरोपों के भी कई दौर अधिकारी सहित कर्मचारियों ने भी देखे। जिसके बाद लोकसभा चुनाव के पूर्व ही अध्यक्ष सीमा पाटीदार एवं प्रतिनिधि विष्णु पाटीदार का हृदय परिवर्तन हुआ और भाजपा का दामन थाम लिया। भाजपा का दामन थामने के बाद भी अध्यक्ष सीमा पाटीदार और प्रतिनिधि विष्णु पाटीदार के दिल से कांग्रेस प्रेम समाप्त नहीं हो पाया रहा था। स्थानीय भाजपा पार्षद एवं संगठन सहित नगरवासियों में नगर अध्यक्ष और अध्यक्ष प्रतिनिधि के कांग्रेस प्रेम को लेकर कई अटकल बाजियाँ गरमाती जा रहा थी। आखिरकार छः माह की लम्बी खींचतान के बाद अटकल बाजियों के दौर का वह समय भी आया जब भाजपा जिला अध्यक्ष मानोज सोमानी एवं राजेन्द्र श्रीमाली की पहल के बाद नगर अध्यक्ष सीमा पाटीदार और प्रतिनिधि विष्णु पाटीदार शुद्धरुप से भाजपाई हुए एवं भाजपा पार्षदों के बीच चल रहे मन मुटाव और भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद परिषद् कैसी चलाना है उसे लेकर सुलह के साथ तालमेल बैठाया गया। वहीं सम्मुख भारत न्यूज में प्रकाषित हुए समाचार के बाद कांग्रेस कब्जे वाली पीआईसी कमेटी को भंग करने के लिए नगर अध्यक्ष सीमा पाटीदार द्वारा भाजपा विधायक की उपस्थिति में पीआईसी भंग करने का पत्र नगर पालिका अधिकारी को सौंपा।
*_निर्विवाद साधारण सम्मेलन हुआ सम्पन्न -_*
वहीं नगर अध्यक्ष सीमा पाटीदार और परिषद् के बीच सुलह के बाद पहली बार साधारण सम्मेलन गुरुवार को नगर परिषद् भवन में सुबह 11 बजे आयोजित हुआ। नवनिर्वाचित परिषद् के बीच यह पहला मौका था जब सम्मेलन पूर्ण रुप से शांतिपूर्ण तरीके से नगर विकास को लेकर चर्चाओं का दौर शुरु हुआ। इस सम्मेलन में नगर के विकास कार्यों और बचे हुए कार्यों को पूर्ण करने को लेकर 38 बिन्दुओं पर चर्चा हुए वहीं अध्यक्ष की सहमति से 8 अन्य बिन्दुओं पर चर्चा करते हुए सभी कार्यों पर सहमति बनी है। जिन कार्यों को लेकर सहमति बनी उनमें मुख्य रुप से भव्या पेयजल प्लांट का टीनशेड अन्यत्र स्थान पर लगाना। जलावर्धन एवं सिवरेज परियोजना के दस्तावेजों की छायाप्रतियाँ बुलवाना। दहिवर मार्ग निर्माण को लेकर टेण्डर बुलवाने एवं मार्ग के अतिक्रमण को हटवाना। पुराने बस स्टेण्ड की छत पर बने निर्माण को तोड़ने के लिए पुनः टेण्डर बुलाना। बुटी नाले पर जगह जगह स्टॉप डेम बनाना। जिन वार्डों में सिवरेज का कार्य पूर्ण हो चुका है वहाँ सीसी रोड़ निर्माण के टेण्डर बुलाना। ऐसे कई बिन्दुओं पर सहमति हुई है। वहीं अध्यक्ष द्वारा सुझाये गये 8 बिन्दुओं की भी सहमति बनी है।
*_कांग्रेस के कब्जे वाली पीआईसी होगी भंग -_*
साधारण सम्मेलन के बाद नगर अध्यक्ष सीमा पाटीदार एवं अध्यक्ष प्रतिनिधि द्वारा धरमपुरी विधायक कालूसिंह ठाकुर की उपस्थिति में अपने अधिकारों का प्रयोग करते हुए कांग्रेस के कब्जे वाली पीआईसी कमेटी को भंग करने के लिए भी एक पत्र नगर पालिका अधिकारी माया मण्डलोई को सौंपा गया है। जल्द ही नई पीआईसी का गठन किया जायेगा। अब देखना है कि नई पीआईसी की कमेटी में भाजपा के किन किन चेहरों को मौका मिलता है और नगर विकास किस कदर चलता है।
*_अब आगे क्या होगा -_*
यहाँ भाजपा पार्षदों का एक गुट नगर पालिका अधिकारी माया मण्डलोई के साथ है वहीं अधिकारी सहित पार्षदों पर नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाष विजयवर्गीयजी का वरद हस्त होना भी बताया जा रहा है। साथ ही यह भी अटकलें जोर पकड़ रही है कि अब अध्यक्ष से सुलह होने के बाद नगर पालिका अधिकारी को अपना पद छोड़ अन्य स्थान पर भेजा जा सकता है।
*_पीआईसी भंग कांग्रेस खेमें में भी सुगबुगाहट -_*
इधर नगर अध्यक्ष सीमा पाटीदार एवं प्रतिनिधि विष्णु पाटीदार द्वारा शुद्धरुप से भाजपाई होने के संकेत के रुप में सबसे पहले कांग्रेस कब्जे वाली पीआईसी को भंग करने का पत्र विधायक कालूसिंह ठाकुर की उपस्थिति में जैसे ही सौंपा उसके बाद से ही कांग्रेस खेमें में सुगबुहाट होने लगी है। फिलहाल कोई भी कांग्रेस पार्षद खुलकर सामने नहीं बोल पा रहा हैं। मगर अन्दर ही अन्दर कांग्रेस के आलाकमानों के आदेष का इंतजार किया जा रहा है। भले ही अध्यक्ष ने भाजपा का दामन थाम लिया है उसके बावजुद भी कांग्रेस के पार्षदों संख्या 8 है और कांग्रेस ही पलड़ा भारी नजर आ रहा है, हो सकता है कांग्रेस आलाकमानों की मौजुदगी में एक बार फिर नगर में कुछ बड़ा होने की अटकलें लगाई जा रही है।
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