“स्किल अप, स्टैंड टॉल” कार्यशाला से महिलाओं में जागी आत्मनिर्भरता की नई उम्मीद
महेश्वर//महिलाओं के सशक्तिकरण और कौशल विकास की दिशा में एक सशक्त पहल “कला मैत्री” की शुरुआत वर्ष 2019 में चैतन्य वाइज संस्था द्वारा की गई थी। इस पहल का उद्देश्य ग्रामीण एवं अर्धशहरी क्षेत्रों की महिलाओं को पारंपरिक कला, हस्तकला और उद्यमिता के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाना है। “कला मैत्री” के अंतर्गत महिलाओं को सिलाई, बुनाई, फैशन डिज़ाइन, बैग निर्माण, और मार्केटिंग जैसे विषयों पर प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है, जिससे वे अपनी आजीविका के नए रास्ते खोल सकें।
इसी श्रृंखला में, चैतन्य वाइज संस्था द्वारा आयोजित “स्किल अप, स्टैंड टॉल” कार्यशाला का समापन आज कला मैत्री, महेश्वर में हुआ। यह कार्यशाला 2 नवंबर से निरंतर चल रही थी, जिसमें स्थानीय महिलाओं ने हस्तकला, उद्यमिता और आत्मनिर्भरता के विविध पहलुओं पर प्रशिक्षण प्राप्त किया।
समापन समारोह में महिलाओं द्वारा तैयार उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई, जिसे अतिथियों ने सराहा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जनपद पंचायत महेश्वर की सीईओ श्रीमती रीना चौहान, थाना प्रभारी महेश्वर श्री जगदीश गोयल, पुलिस ऊर्जा डेस्क प्रभारी प्रियंका मैडम, तथा जिला विधिक सहायता प्राधिकरण से रिटायर्ड जज श्रीमती रीटा जोशी उपस्थित रहीं।
कार्यक्रम के सफल आयोजन में मनोहर राणावत, सारिका मेहता, वैष्णवी शो, वर्षा राठौर और कमला जी का विशेष योगदान रहा। अतिथियों ने संस्था के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार की पहलें महिलाओं को आत्मविश्वासी और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में मील का पत्थर साबित होंगी।
कार्यशाला के ट्रेनर:
दर्शन चान्देकर, प्रोफेसर – फैशन डिज़ाइन, डिज़ाइन एजुकेटर एवं कंजरवेशनिस्ट
श्रेया पाण्डेय, हैंडबैग डिज़ाइनर एवं एंथ्रोपोलॉजिस्ट
कार्यक्रम का संचालन Chaitanya WISE की कार्यकारी निदेशक कल्पना पंत जी के निर्देशन में किया गया।


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